हमारा प्यार
किसी मेज पर रखा
कोई
कांच का गिलास नहीं ,
जो हवा के झोंके से
गिरकर टूट जायेगा ....
हमारा प्यार
आसमान का
वो सूरज भी नहीं
जो शाम ढले
नदी में गिरकर
बुझ जायेगा ...
हमारा प्यार
वो बरसाती नदी भी नहीं
जो बरसात में बहे
और घाम में
जिसके प्यार की धारा
सूख जाएगी ...
हमारे रिश्ते ने
बोया है एक बीज
जिसे प्यार की नमी से
हमने सींचा है मिलकर
और अब
येपौधा बन कार
लहराता है
हवाओं संग बातें करता है
बस
इसे खाद पानी देते रहना ...
13 comments:
रेनू जी, आदाब.
हमारा प्यार...आसमान का...वो सूरज भी नहीं..जो शाम ढले...
नदी में गिरकर...बुझ जायेगा...
.........बोया है एक बीज...जिसे प्यार की नमी से
हमने सींचा है मिलकर....और अब....ये पौधा.....
बस...इसे खाद पानी देते रहना..!!
संबंधों में दीर्घ मधुरता का संदेश देती..
एक सार्थक रचना.
बधाई.
"हमारे रिश्ते ने
बोया है एक बीज
जिसे प्यार की नमी से
हमने सींचा है मिलकर
और अब
ये पौधा बन कार
लहराता है
हवाओं संग बातें करता है
बस
इसे खाद पानी देते रहना .."
संवेदनशील एवं बहुत खुबसूरत सन्देश देती शानदार रचना - आभार
हमारे रिश्ते ने
बोया है एक बीज
जिसे प्यार की नमी से
हमने सींचा है मिलकर ..
सच कहा .. प्यार के बीज को प्यार और विश्वास की खाद मिलती रहे तो ये लहलहाता रहता है .... बहुत खूब लिखा है ...
rishton ke anmol bij ko hamari shubhkamnaon ka khaad bhi samarpit hai
प्यार के मौसम में प्यार की बात लिखकर अदभुत प्यार का परिचय दिया है अपने...
badhai hai आपको..
बहुत दिनों बाद आयी ओर उस अहसास को लेकर जिसको समझाना उतना ही मुश्किल है ....जितना समझना
सही है प्यार इतना नाजुक भी तो नहीं
प्यार तो एक दृढ़ सफर है
कुछ भी हो जाये सच्चा प्यार तो लहलहाता रहता है
बहुत सुंदर रचना प्यार पर
धन्यवाद
ये हुई न बात! अपने प्यार पर भरोसा होना चाहिये. सकारात्मक दृष्टिकोण .
शिद्दत से पिरोया है एहसास को.. एक मुक्कमल ख्याल का मुक्कमल रिश्ता.. बहुत खूब!
हमारे रिश्ते ने
बोया है एक बीज
जिसे प्यार की नमी से
हमने सींचा है मिलकर
और अब
येपौधा बन कार
लहराता है
हवाओं संग बातें करता है
बस
इसे खाद पानी देते रहना ...
Bahut sundar aur samvedanatmak panktiyan.
Poonam
बहुत बढिया..
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