Tuesday, April 7, 2009

अग्नि पथ

अग्नि पथ! अग्नि पथ! अग्नि पथ!
वृक्ष हों भले खड़े ,
हों घने , हों बड़े ,
एक पात्र - छांह भी मांग मत , मांग मत , मांग मत !
अग्नि पथ ! अग्नि पथ ! अग्नि पथ !
तू न थकेगा कभी !
तू ना थमेगा कभी !
तू ना मुड़ेगा कभी !
कर शपथ ! कर शपथ ! कर शपथ !
यह महान द्रश्य है -
चल रहा मनुष्य है ,
अश्रु -स्वेद-रक्त से लथपथ, लथपथ , लथपथ !
अग्निपथ, अग्निपथ, अग्निपथ !
हरिवंशराय बच्चन

2 comments:

Anonymous said...

very good...
I remember...
VIJAY DEENANATH CHAUHAN...

Anonymous said...

unse baat karna agni-path
unka muskurana agni-path
unke ashk agni-path
unki guzarish agni-path
janm lena agni-path
bada hona agni-path
shaadi hona agni-path
hey purush...
tera har path agni-path
agnipath, agnipath, agnipath...